सालियां सलहज भाबियां
सब मुझसे चिपट गई
रंग वा गुलाल के बदले
लिपस्टिक वा सिन्दूर
गालों पे रगड़ गईं
बजाय कुछ पिलाने के
लोटा खली कर गईं
सारी लस्सी खुद पीकर
मुंह में निप्पल लगाकर
खुद वहां से चली गईं
करने को इजहार होली का ।
करके सब ने एका
हल्की खेलने का
मानो ले लिया हो ठेका
फाड़ दिए सब वस्त्र मेरे
बचा रहा केवल लंगोटा
खेल रहा होली ससुराल में
बनकर के मैं
भैंसा बुग्गी का बन झोटा ।
सब मुझसे चिपट गई
रंग वा गुलाल के बदले
लिपस्टिक वा सिन्दूर
गालों पे रगड़ गईं
बजाय कुछ पिलाने के
लोटा खली कर गईं
सारी लस्सी खुद पीकर
मुंह में निप्पल लगाकर
खुद वहां से चली गईं
करने को इजहार होली का ।
करके सब ने एका
हल्की खेलने का
मानो ले लिया हो ठेका
फाड़ दिए सब वस्त्र मेरे
बचा रहा केवल लंगोटा
खेल रहा होली ससुराल में
बनकर के मैं
भैंसा बुग्गी का बन झोटा ।